पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने गैस सिलेंडर से होने वाले खतरों से बचाव के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का पालन करके आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
एलपीजी गैस सिलेंडर का इस्तेमाल आज करोड़ों भारतीय घरों में किया जा रहा है। यह महिलाओं के लिए रसोई में काम को आसान बनाता है। लेकिन लापरवाही के कारण गैस सिलेंडर जानलेवा भी बन सकता है। घरों में गैस सिलेंडर से रिसाव होने की घटनाएं आम हो गई हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना बहुत खतरनाक हो सकता है। इससे आग लगने और गंभीर हादसों का खतरा बढ़ जाता है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा जारी निर्देश
गैस सिलेंडर लीक होना बड़ी समस्या है जो विस्फोट और आग का कारण बन सकता है। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने घरेलू गैस सिलेंडर के सुरक्षित उपयोग के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों का पालन करके आप रिसाव को रोक सकते हैं और खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं। यहां हमने आपको कुछ महत्वपूर्ण निर्देश बताए है-
- गैस सिलेंडर को कभी भी तिरछा या लेटाकर न रखें। इससे गैस लीक होने का खतरा बढ़ जाता है।
- गैस सिलेंडर को गैस चूल्हे से कम से कम 1 मीटर दूर रखें। इससे गैस सिलेंडर को गर्मी से बचाने में मदद मिलेगी।
- गैस सिलेंडर को सीधे धूप से दूर रखें। इससे गैस सिलेंडर में गैस का दबाव बढ़ सकता है और रिसाव हो सकता है।
- गैस सिलेंडर के रेगुलेटर को हर 5 साल में बदलें।
- हर महीने गैस सिलेंडर में रिसाव की जांच करें। इसके लिए गैस सिलेंडर के रेगुलेटर पर साबुन का पानी लगाएं। यदि बुलबुले दिखाई देते हैं, तो इसका मतलब है कि गैस लीक हो रही है।
इसके अलावा पेट्रोलियम मंत्रालय ने मुसीबत के समय इमरजेंसी नंबर के बारे में भी बताया है.
इमरजेंसी के समय 1906 नंबर पर कॉल करें
यदि आपको लग रहा है कि आपके घर में गैस लीक हो रही है तो उसे नजरअंदाज न करें. ऐसी स्थिति में घबराएं नहीं, शांत रहे. सबसे पहले अपने गैस सिलेंडर के रेगुलेटर को बंद कर दें, जिससे गैस लीक होना बंद हो जायेगा. सभी खिड़कियां और दरवाजे खोलें, ताकि घर में गैस जमा न हो पाएं. इसके अलावा तुरंत गैस रिसाव इमरजेंसी सेवा नंबर 1906 पर कॉल करें। यह नंबर 24 घंटे, 7 दिन खुला रहता है.