
भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के माहौल में फाइटर जेट और मिसाइल जैसे सैन्य हथियारों की भूमिका और उनकी ताकत को लेकर चर्चा तेज हो गई है। Difference Between Fighter Jet and Missile को समझना आज के समय में हर नागरिक के लिए ज़रूरी है, ताकि देश की रक्षा प्रणाली को बेहतर ढंग से जाना जा सके। फाइटर जेट-Fighter Jet और मिसाइल-Missile दोनों ही अपनी जगह पर महत्वपूर्ण हैं, लेकिन इन दोनों के काम करने के तरीके, रेंज, कंट्रोल और उद्देश्य में कई बड़ा अंतर होता है। इस लेख में हम विस्तार से इन दोनों सैन्य उपकरणों की खासियत और उनके बीच के फ़र्क को समझेंगे।
फाइटर जेट-Fighter Jet क्या होता है?
फाइटर जेट यानी लड़ाकू विमान, एक ऐसा हवाई यंत्र है जिसे खासतौर पर युद्ध के समय हवा में दुश्मन के विमानों या उनके ठिकानों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। फाइटर जेट में इंसानी दिमाग, यानी फाइटर पायलट का कंट्रोल होता है जो हालात के हिसाब से निर्णय ले सकता है।
इन विमानों की गति अत्यधिक होती है, जो 2000 से 3000 किमी प्रति घंटा तक जा सकती है। यह न केवल दुश्मन पर हमला करने बल्कि उनकी ओर से आने वाले हमलों से बचने में भी सक्षम होते हैं। इन जेट्स में मिसाइल, बम और गन फायर करने की सुविधा होती है। भारत के पास राफेल, सुखोई, और तेजस जैसे एडवांस्ड फाइटर जेट मौजूद हैं, जो किसी भी चुनौती से निपटने में पूरी तरह से सक्षम हैं।
मिसाइल-Missile क्या होती है?
मिसाइल एक गाइडेड हथियार होता है, जिसे ज़मीन, हवा या समुद्र से लॉन्च किया जा सकता है। इसका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हमला करना होता है। मिसाइल पूरी तरह से तकनीक और प्रोग्रामिंग पर आधारित होती है, यानी इसे इंसान उड़ाता नहीं बल्कि कंप्यूटर प्रोग्राम और कंट्रोल सिस्टम द्वारा संचालित किया जाता है।
मिसाइलें लंबी दूरी तक मार कर सकती हैं और इन्हें दुश्मन पर अचानक हमला करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। भारत में ब्रह्मोस, अग्नि, और पृथ्वी जैसी उन्नत मिसाइलें हैं, जो दुश्मन को दूर से ही खत्म करने की ताकत रखती हैं।
फाइटर जेट और मिसाइल में क्या है मूल अंतर?
फाइटर जेट एक पायलट द्वारा उड़ाया जाने वाला लड़ाकू विमान होता है, जबकि मिसाइल एक ऑटोमेटिक गाइडेड हथियार होती है। फाइटर जेट को रीयल-टाइम में निर्णय लेकर उड़ाया जाता है और यह अधिक फ्लेक्सिबल होता है, जबकि मिसाइल एक बार लॉन्च होने के बाद अपने टारगेट की ओर बढ़ती है और तय दिशा में ही जाती है।
मिसाइलें लॉन्ग-रेंज अटैक के लिए आदर्श होती हैं, जबकि फाइटर जेट नजदीकी युद्ध और दुश्मन की गतिविधियों पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए बेहतर होते हैं।