
हाल ही में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे दावों में कहा जा रहा है कि देश में पेट्रोल-डीजल की भारी कमी हो गई है। इस दावे के साथ कुछ वीडियो और तस्वीरें भी साझा की जा रही हैं, जिनमें लोगों को पेट्रोल पंपों पर लंबी कतारों में खड़े देखा जा सकता है। इन अफवाहों के चलते आम लोगों में चिंता का माहौल है और कुछ स्थानों पर पैनिक बाइंग भी देखने को मिल रही है।
भारत-पाक तनाव के बीच ईंधन संकट की अफवाहों को मिली हवा
भारत और पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव की स्थिति ने इन अफवाहों को और हवा दी है। बुधवार रात भारतीय सेना द्वारा आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान की ओर से एलओसी पर गोलीबारी और ड्रोन हमलों की खबरें आईं। इसके जवाब में भारत ने अपनी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है और कई संवेदनशील इलाकों में ब्लैकआउट लागू किया गया है। खासकर जम्मू-कश्मीर और पंजाब के सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।
इंडियन ऑयल ने किया स्पष्ट, देश में नहीं है किसी भी ईंधन की कमी
सोशल मीडिया पर फैल रही इन अफवाहों के बीच Indian Oil Corporation Limited (IOCL) ने सामने आकर स्थिति स्पष्ट की है। कंपनी ने बयान जारी कर कहा कि देश में कहीं भी पेट्रोल या डीजल की कोई कमी नहीं है। IOCL ने अपील की है कि लोग घबराकर पेट्रोल डीजल की पैनिक खरीदारी न करें क्योंकि इससे अनावश्यक भीड़ लगती है और आपूर्ति व्यवस्था प्रभावित हो सकती है।
IOCL ने बताया, “हमारे पास पूरे देश में ईंधन का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है और हमारी सप्लाई लाइन पूरी तरह से सक्रिय है। सभी आउटलेट्स पर पेट्रोल, डीजल और एलपीजी आसानी से उपलब्ध हैं। कृपया शांत रहें और अनावश्यक भीड़ न लगाएं, इससे हम बेहतर तरीके से आपकी सेवा कर पाएंगे।”
पाकिस्तान की बौखलाहट और हमले की आशंकाओं ने फैलाई घबराहट
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद पाकिस्तान द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई की आशंका ने सीमावर्ती क्षेत्रों में दहशत फैला दी। 8-9 मई की रात पाकिस्तान की सेना ने ड्रोन और अन्य हथियारों का प्रयोग कर भारत की पश्चिमी सीमा पर कई हमले करने की कोशिश की, जिसे भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक विफल कर दिया। इसके बावजूद इन इलाकों में ब्लैकआउट और सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं।
इसी के चलते पंजाब और जम्मू-कश्मीर के कई शहरों में लोगों ने आशंका के चलते तेल खरीदना शुरू कर दिया, जिससे कुछ स्थानों पर पंपों पर भीड़ लग गई। हालांकि IOCL और अन्य सरकारी तेल कंपनियों ने आश्वासन दिया है कि इन घटनाओं का ईंधन आपूर्ति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है।
मीडिया और सोशल प्लेटफॉर्म्स पर गलत सूचना से बना भ्रम
सोशल मीडिया पर कुछ असत्यापित पोस्ट्स और वीडियो ने स्थिति को और अधिक भ्रमित किया। इनमें यह दिखाने की कोशिश की गई कि देशव्यापी स्तर पर ईंधन की भारी कमी हो गई है। ऐसे वीडियो खासकर उन इलाकों के थे जहां अस्थायी रूप से सुरक्षा कारणों से लोगों की गतिविधियां सीमित की गई थीं, जिससे भ्रम की स्थिति बन गई।
IOCL के अलावा भारत पेट्रोलियम (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) जैसी अन्य तेल कंपनियों ने भी अपने-अपने बयान जारी कर स्थिति को स्पष्ट किया और लोगों से संयम बनाए रखने की अपील की।
सरकार और कंपनियों की अपील- अफवाहों से बचें, आपूर्ति पूरी तरह से नियंत्रण में
सरकारी तेल कंपनियों और पेट्रोलियम मंत्रालय ने आम जनता से अपील की है कि वे फर्जी खबरों और अफवाहों पर ध्यान न दें। सभी प्रमुख शहरों और गांवों में तेल की सप्लाई सामान्य रूप से चल रही है और किसी भी स्थान से ईंधन की कमी की कोई आधिकारिक रिपोर्ट नहीं आई है।
इन अफवाहों को रोकने के लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है और फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।